आवाज़ ब्यूरो ।
घाटमपुर । एक तरफ जहां केंद्र सरकार स्वछता मिशन को लेकर नित नए कदम उठा रही है, साथ ही लोगो को जागरूक करने का अथक प्रयास कर रही है ,वही मंडी समिति घाटमपुर में एक ऐसा नजारा देखने को मिला जहां स्वयं स्वछता भी शर्मा जाए। मंडी समिति के अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन की सरेआम धज्जिया उड़ा रहे है। मंडी समिति में चारो ओर गंदगी के अम्बार व् गुबार के बीच चार हैण्डपम्प मौजूद हैं, जिनमे से सिर्फ एक ही पानी दे रहा हैं। लेकिन हैंडपंप की हालत देख कर शायद आप पानी पीने से इंकार कर दें। हैण्डपंप के चारों तरफ गंदगी, कूड़े और गंदे पानी का अंबार लगा हुआ है। हैण्डपंप के चारों और हत्था चलाने के लिए एक इंच सूखी जमीन तलाश करना भी भूसे में गम सुई तलाशने के बराबर है, लेकिन मंडी समिति में दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूर, बेलदार उसी गंदे, बदबूदार पानी में बैठकर हैंडपंप से पानी पीने को मजबूर है। मौके पर मौजूद बेलदारों ने बताया कि नल के इर्द गिर्द जमा गंदे पानी में घुस कर पानी पीने से उनके पैर गंदे पानी के जीवाणुओं से संक्रमित होकर फोड़ें फुंसियों के अक्सर शिकार हो रहे हैं, लेकिन किसी को इसकी चिंता नही हैं।
ए0सी में बैठकर बोतलबंद पानी का मजा लेने वाले आला जिम्मेदार अपनी सुकूनतारीं गाड़ियों में बैठे बैठे मंडी के जिस कोने को निहारना भी पसंद नहीं करेंगे, मंडी आये आम लोगों व मजदूरों को उन्ही बदतरीन गंदी जगहों में कूड़े व जलभराव में घुस कर पानी पीने को विवश होना पड़ रहा है।बावजूद इसके आलाधिकारी आँख में पट्टी बांधे बैठे हुए है। गंदगी के चलते मच्छरों का जमावड़ा भी लगा रहता है। वही काम कर रहे मजदूरों का कहना है कि भीषण गर्मी व तेज धूप के दौरान काम कर रहे मजदूरों को पानी पीने के लिए काफी दूर जाना पड़ता है , क्योंकि गंदे हैंडपंप के सिवा दुसरे सभी हैंडपंप मुंह चिढ रहे हैं।मंडी समिति में आने वाले कोटेदार व काम कर रहे मजदूरों को पेयजल की अनुपलब्धता के चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वावजूद इसके आलाधिकारी आँख में पट्टी बांधे बैठे हुए है।वही अगर कोटेदार अध्य्क्ष की माने तो इस मामले की जानकारी देने के वावजूद मंडी समिति के सचिव कान में तेल डाले बैठे हुए है।कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि एक तरफ जहां प्रधानमंत्री मोदी जी स्वछता मिशन को लेकर जहां नए नए कदम उठा रहे है साथ ही लोगो को जागरूक कर रहे है वही मंडी समिति के आलाधिकारी सरे आम पलीता
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