कानपुर देहात
योगी सरकार के महिला सशक्तिकरण के सशक्त अभियान के दौरान भी तथाकथित अधिकारी राज में महिलाओं पर अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं।
ताजा मामला कानपुर देहात के मूसानगर थाना क्षेत्र का है, जहां शबाना खातून नाम की महिला को ससुराली जनों ने अतिरिक्त दहेज की मांग पर घर से बाहर निकाल दिया। जबकि पीड़िता कई माह की गर्भवती है। पीड़िता के अनुसार उसका विवाह करीब 10 माह पूर्व मूसानगर के खुर्शीद आलम के साथ हुआ था।
पीड़िता के मुताबिक शादी के बाद से ही ससुराली जन अतिरिक्त दहेज लाने की मांग पर अड़ गए और उसे तरह-तरह से प्रताड़ित करने लगे। पिछले दिनों ससुराली जनों ने दहेज लाने की मांग पर उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया और उसके पारिवारिक जनों को झूठे मुकदमे में फंसा देने की धमकी दे रहे हैं।
सोमवार को पीड़िता नारी उत्थान को समर्पित संगठन गुलाबी गैंग की महिलाओं के साथ घाटमपुर थाना पहुंची और न्याय की गुहार लगाई। परंतु देर शाम तक उसे कोरे आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला।
पीड़िता का आरोप है कि मूसानगर थाना पुलिस ससुराली जनों के प्रभाव में कार्य कर रही है। कृष्णा ने बताया कि उसके ससुराल में कई कई शादियां करने का रिवाज सा है, उसके ससुराली जन दहेज के लिए कई शादियां करते हैं और दहेज हड़प लेते हैं। पीड़िता के ससुर ने भी तीन शादियां की हैं एवं पूर्व की दो पत्नियों को तलाक देकर उनका शोषण किया एवं उनका दहेज हड़प लिया। पीड़िता अपने ससुराल में अपने पति के साथ रहने के फैसले पर अड़ी हुई है।
पीड़िता शबाना के अनुसार उसने समस्त उच्चाधिकारियों को स्थिति से अवगत कराया है। वह स्वयं गर्भवती है। परंतु दहेज लोभी ससुराली जनों के कारण दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं।
वही पीड़िता के साथ थाना मूसानगर आई गुलाबी गैंग की तहसील अध्यक्ष प्रभुता सचान ने बताया संपूर्ण मामले पर पुलिस का रवैया अत्यंत नकारात्मक है। पुलिस ससुरालीजनों का ही पक्ष ले रही है। गर्भवती पीड़िता की तबीयत बिगड़ती जा रही है परंतु उसे कोई ठौर नहीं मिल रहा है। संपूर्ण मामले में मूसानगर इंस्पेक्टर का रद्दे अमल चिंताजनक है। गुलाबी गैंग की महिलाएं एवं पीड़िता रात्रि को 9.00 बजे तक थाना परिसर में बैठी हुई थीं।
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