अहमदनगर। लोकपाल बिल की मांग को लेकर अपने ग्रहनगर रालेगण सिद्धि में पुनः भूख हड़ताल पर बैठे अन्ना हजारे ने कहा है कि यदि उन्हें कुछ होता है तो सभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जिम्मेदार मानेंगे।
ज्ञात हो कि महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित अपने गॉव रालेगण सिद्धि में बीती 30 जनवरी को अन्ना हजारे ने भूख हड़ताल की शुरूआत की थी।
बकौल हजारे, ‘‘मुझे लोग हमेशा स्थितियों से लड़ने वाले के रूप में याद करेंगे और मैंने कभी भी आग में घी डालने का काम नहीं किया है। मुझे कुछ होता है, तो लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहरायेंगे।
81 वर्षीय अन्ना हजारे का कहना है कि लोग सबूत दें तो प्रधानमंत्री की भी जॉंच हो सकती है, उसी प्रकार लोकायुक्त राज्यों के मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायकों की जॉंच कर सकते हैं। उन्होंने कहा इसलिये ये लोग लोकपाल और लोकायुक्त नहीं चाहते हैं। कोई भी पार्टी ऐसा नहीं चाहती है, जबकि लोकसभा ने 2013 में यह बिल पास किया था।
जब तक सरकार सत्ता में आने से पहले किये गये अपने वादों जैसे, लोकायुक्त कानून बनाने, लोकपाल नियुक्त किए जाने तथा किसानों के मुद्दे सुलझाने को पूरा नहीं कर देती, तब भूख हड़ताल जारी रखने की घोषणा अन्ना हजारे द्वारा की गई है।
बकौल हजारे, ‘‘मुझे लोग हमेशा स्थितियों से लड़ने वाले के रूप में याद करेंगे और मैंने कभी भी आग में घी डालने का काम नहीं किया है। मुझे कुछ होता है, तो लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहरायेंगे।
81 वर्षीय अन्ना हजारे का कहना है कि लोग सबूत दें तो प्रधानमंत्री की भी जॉंच हो सकती है, उसी प्रकार लोकायुक्त राज्यों के मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायकों की जॉंच कर सकते हैं। उन्होंने कहा इसलिये ये लोग लोकपाल और लोकायुक्त नहीं चाहते हैं। कोई भी पार्टी ऐसा नहीं चाहती है, जबकि लोकसभा ने 2013 में यह बिल पास किया था।
जब तक सरकार सत्ता में आने से पहले किये गये अपने वादों जैसे, लोकायुक्त कानून बनाने, लोकपाल नियुक्त किए जाने तथा किसानों के मुद्दे सुलझाने को पूरा नहीं कर देती, तब भूख हड़ताल जारी रखने की घोषणा अन्ना हजारे द्वारा की गई है।
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