ए0 सूफियान
घाटमपुर । भीतरगांव क्षेत्र के गांव बेहटा बुजुर्ग स्थित प्राचीन जगन्नाथ मंदिर परिसर से गुरुवार दोपहर बाद भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकाली गई। रथ यात्रा में जयकारे लगाते भक्त उत्साह से झूमते नजर आये। जगह-जगह रथयात्रा का स्वागत किया गया।
अषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया को उड़ीसा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ जी के मंदिर में निकलने वाली रथयात्रा के साथ ही गांव के प्राचीन जगन्नाथ मंदिर से भी रथयात्रा निकाले जाने की दशकों पुरानी परंपरा है। शनिवार को पूजन अर्चन के बाद भगवान जगन्नाथ, भैया बलदाऊ व बहन सुभद्रा के साथ रथ पर बिराजे और जयकारे के साथ यात्रा आगे बढ़ी तो बारिश शुरू हो गई। भगवान जगन्नाथ के भजनों संग फिल्मी गीतों की धुन पर युवकों की टोली थिरकते हुए चल रही थी, साथ चल रही महिला और पुरुष भक्तों की टोली भगवान जगन्नाथ के भजन और जयकारे लगाती चल रही थी। भगवान जगन्नाथ के रथ को गांव के भक्त नंगे पैर खींचते हुए पूरे गांव में घूमे। रथ के ऊपर से भी भक्तों को प्रसाद का वितरण किया जा रहा था, वहीं गांव के करीब डेढ़ दर्जन स्थानों पर लोगों ने प्रसाद, लड्डू, बतासा और पेठा आदि का प्रसाद वितरण किया। देर रात मंदिर में पहुंची यात्रा के बाद भगवान जगन्नाथ के स्वरूप को स्थापित कराया गया।
गंगा जमनी तहजीब का अदभुत संगम
भगवान जगन्नाथ की यात्रा से अभिभूत भक्त जहां रथों को नंगे पैर अपने हाथों से खींच रहे थे, वहीँ गाँव के मुसलिम समुदाय के लोगों द्वारा यात्रा के मार्ग पर जगह जगह स्टाल लगा कर शरबत वितरण एवं प्रसाद वितरण किया गया।
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