ए0 सूफियान
- ग्राम सचिव के मुताबिक वित्तीय वर्ष में नहीं हुआ कोई हैंडपंप रिबोर
- जलकल के जे ई नहीं उठाते फोन,
घाटमपुर। माह के तीसरे शनिवार को घाटमपुर थाने में आयोजित थाना दिवस में शिकायतों का अंबार लगा रहा।
कसबे से सटे बीरपुर गाँव में 15 दिनों से पेयजल की भीषण किल्लत से आजिज सैकड़ों महिलायें एवं पुरुष थाना दिवस में अपना दुखड़ा लेकर पहुंचे। थाना दिवस की अध्यक्षता कर रहे तहसीलदार घाटमपुर ने त्वरित तौर पर शिकायत पर कार्यवाही करते हुए जल कल के कर्मचारियों को फोन कर समस्या की जानकारी ली और निराकरण के लिए निर्देशित किया।
घाटमपुर थाने में मौजूद महिलाओं ने जिम्मेदारों को बताया कि उनके गाँव बीरपुर में पानी की टंकी का स्ट्रेट ट्यूबवेल खराब हो गया है। पूरे गाँव में सारे हैंडपंप ध्वस्त पड़े हैं। जिससे पूरे गाँव में हाहाकार मचा हुआ है। पेयजल के लिए पानी घाटमपुर से ढो कर लाना पड़ता है।
विदित हो कि बीरपुर हरिजन बाहुल्य गाँव है। ग्रामीणों ने बताया कि गाँव के प्रभावशाली लोग ग्राम प्रधान के साथ मिलकर प्रतिमाह प्रति परिवार 50 रुपये पानी के टैक्स के रूप में वसूल करते हैं। । जिसका हिसाब किताब सरकारी है या नहीं यह जांच का विषय है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब तक पानी का टैक्स न दो प्रधान के गुर्गे कोटेदार से मिल कर राशन नहीं देते हैं।
गाँव के सेक्रेटरी अभिषेक से फोन पर वार्ता करने पर उन्होंने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष में गाँव में कोई हैंडपंप रिबोर नहीं कराया गया है। टंकी का सम्मरसेबिल की मोटर जल गयी है। इसकी सूचना जल कल के जे ई को दे दी गयी है।
गाँव में पानी न आने पर त्राहिमाम मचा हुआ है। लोगों को नहाने को छोड़िये पीने का पानी नहीं है। इसी शिकायत को लेकर महिलायें थाना दिवस पहुंची थीं। महिलाओं ने बताया कि ग्रामीणों ने शुक्रवार को कानपुर हाइवे भी जाम कर दिया था। परंतु स्थानीय पुलिस के समझाने पर ग्रामीण शीघ्र ही हाइवे छोड़ कर चले गए थे। तहसीलदार घाटमपुर ने जल कल को शीघ्र कार्यवाही का आदेश दिया है।
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