ए0 सूफियान
घाटमपुर। मिर्ज़ापुर जिले में हिनौटा गाँव में बच्चों को मिड डे मील में रोटियां दी गयी थीं। हैरान करने वाली बात यह है कि रोटियों के साथ खाने को केवल नमक दिया गया था, न की सब्जी या दाल या दूध जो उन्हें नियमानुसार दिया जाना चाहिए।
समाचार एजेंसी ए0इन0आई0 के अनुसार मामले के बारे में जिले के अधिकारियों को सूचित किये जाने पर उन्होंने इसे गंभीर मामला बताया और हिनौटा के सीयूर प्राथमिक विद्यालय मामले की जांच शुरू कर दी है और एक अध्यापक को बर्खास्त भी कर दिया गया है।
विद्यालय के छात्र छात्राओं ने बताया कि उन्हें कभी-कभी सब्जी और दाल दी जाती है, आज उन्हें केवल नमक ही दिया गया है।
विद्यार्थियों ने आगे बताया कि उन्हें बहुत दिनों से दूध नहीं मिला है।
विद्यालय में खाना बनाने वाली बजुर्ग महिला ने बताया कि पूरे छात्रों को खिलाने के लिए उसे केवल आधा किलो आलू, नमक और कुछ मसाले मुहैया कराये गए हैं। जिनसे वह केवल कुछ रोटियां ही बना सकी है, और उसे रोटियों को नमक के साथ परोसना पड़ा है।
जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने इसके लिए स्कूल जे अध्यापकों को जिम्मेदार माना है।
समाचार एजेंसी ए0एन0आई0 से उन्होंने कहा कि, "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशानुसार पूरे जिले में मिड डे मील का मेनू निश्चित है। उन्हें कुछ दिनों दूध और फल भी दिए जाने हैं। लेकिन ऐसी घटनाएं अध्यापकों की लापरवाही से उत्पन्न होते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि, "जिम्मेदार अध्यापक को बर्खास्त कर दिया गया है और मामले में जांच जारी है। यह सत्य है कि आज छात्र को केवल रोटियां दी गयी और उन्हें नमक के साथ खाने को मजबूर किया गया। यह एक भयंकर लापरवाही है। "
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