पास्टर जगराम सिंह,
घाटमपुर । कानपुर नगर क्षेत्र के गांव बौहारा में कवि के रूप में उभर रहा नव युवक चेहरा संदीप उत्तम जो समाज को अपनी कविताओं के द्वारा आईना दिखाने का काम कर रहे हैं।वो एक समाज सेवक होने के कारण ग्रामीण व शहरी लोगों के सुख दुःख के साथी बनकर सहयोग करते हैं । और लोगों को भी अच्छे कार्य के लिए उत्साहित करने का प्रयास किया है गांव में ब्लड कैंप व हेल्थ कैंप करवाने का काम करते हैं साथ ही कविताएं भी लिखते हैं। जो अभी दहेज हत्या, भूण हत्या ,अब भ्रष्टाचार पर लिखा है।
"भ्रष्टाचार"
अपने भारत मे देखो भ्रष्टाचार उफान में है।
मर गया है आंखों का पानी,इंसानियत आज शमशान में है।
बच्चों के एडमिशन से लेकर,घूस परीक्षा में लेते।
कॉपी ड्रेस और किताबें,स्कूल कमीशन पे देते।
शिक्षा को लेकर देखो, ये लूटमार आसमान में है
अपने भारत में.....
सरकारी अस्पताल जाए रोगी जब,डॉक्टर रौब जताते हैं।
गर नही जेब मे हैं पैसे तो जमकर आंख दिखाते हैं।
लावारिश रोगी की हालत ,हलक से अटकी जान में है।
अपने भारत में.......
सरकारी दफ्तर में जाओ, तो खुद पे ही तरस आ जाता है।
जब तक जेब गरम न होती,बाबू फाइल लटकाता है।
बना प्रशासन मूक बधिर,न परवाह किसी अंजाम में है।
अपने भारत मे......
कोर्ट कचहरी में जो फंसता, जीवनभर दौड़ लगाता है।
अगर कहीं जो बेल मिली न,तो घर बार लूटा के आता है।
वकील मुवक्किल को ऐसे लूटें ,जैसे अंधा बैठा दुकान में है।
अपने भारत मे.....
नेताओं की तुम बात न पूंछो,लीला अजब निराली है।
70 साल के दिग्गी राजा ने शादी फिर से रचा ली है।
रेप करप्शन में फंसे हैं नेता,
चर्चा आज जहांन में हैं।
अपने भारत मे.....…..
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