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राशन कोटे के चुनाव का ग्रामीणों ने किया बहिषकार

ए0 सूफियान

घाटमपुर। सजेती थाने के कोहरा गाँव में पूर्व निरस्त हुए राशन कोटे  का जल्दबाजी में चुनाव करा कर आवंटन करने का प्रयास करना स्थानीय प्रशासन को भारी पड़ गया। ज्ञात हो कि कोहरा राशन कोटेदार के अंतर्गत मजरा कोहरा व किरार के ग्रामीण आते हैं। जब ए0डी0ओ0 पंचायत रवि तिवारी के नेतृत्व में कर्मचारी आवेदनपत्र स्वीकार कर रहे थे, तभी किरार गाँव से पहुंचे ग्रामीणों ने सूचना न दिए जाने, कोई मुनादी न कराए जाने का आरोप लगाकर मीटिंग का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी और मतदान से हिस्सा लेने से मना कर दिया।  प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम कोहरा के पूर्व कोटेदार इंद्रपाल सिंह का कोटा निरस्त कर दिया गया था। 

कर्मचारियों से नोक झोंक करते ग्रामीण

शुक्रवार को चुनाव की मीटिंग प्राथमिक विद्यालय में रखी गयी। कर्मचारी प्रतिभाग करने वालों के आवेदनपत्र ले ही रहे थे। तभी किरार के ग्रामीण पहुंचे और आरोप लगाने लगे की गाँव में कोई मुनादी नहीं की गयी और उनके गाँव के लोगों को कुछ नहीं पता। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधान पति अपने चहेतों को कोटा आवंटित कराने की फिराक में हैं, जिस कारण वह किसी को सूचना नहीं दे रहे हैं। ग्रामीणों के द्वारा चुनाव का बहिष्कार किये जाने पर उपजिलाधिकारी घाटमपुर वरुण पांडेय ने पुलिस फोर्स भेज कर चुनाव अवश्य कराने को मातहतों को निर्देशित किया। परंतु ग्रामीणों के वापस हो जाने पर चुनाव नहीं कराया जा सका।

मतदान स्थल से घर जाते मासूम

 गाँव के लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि मीटिंग गाँव के पंचायतघर में होने के बजाय जान बूझकर प्राथमिक विद्यालय में रखा गया है, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो और सही से चुनाव संपन्न न हो सके। इस विषय पर ए0डी0ओ0 पंचायत रवि तिवारी से वार्ता किये जाने पर उन्होंने कहा कि पंचायत भवन में राशन के बोरे भरे हुए हैं और वहां जगह नहीं है। मतदान के लिए शिक्षणरत छात्रों की पढ़ाई बाधित होने का आरोप भी ग्रामीणों ने लगाया। 

ऐन वक्त पर बताया कि महिला आरक्षित है कोटा सीट

मीटिंग के दौरान एक मौका ऐसा भी आया जब प्रतिभागियों को बुनियादी समस्याओं से दो चार होना पड़ा। ऐन वक्त पर कर्मचारियों द्वारा बताए जाने पर की महिला आरक्षित सीट है प्रतिभागियों ने पूर्व में सूचना न दिए जाने की बात पर आपत्ति की। जिसे शीघ्र ही सुलझा लिए गए।

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