ए. सूफियान
घाटमपुर तहसील के ग्राम गोपालपुर में रविवार दोपहर झोपड़ीनुमा घर में आग लग जाने से दो मासूम बच्चे झुलस गए। जिसमें से दो की दर्दनाक मौत हो गई । दो बहने जिला अस्पताल कानपुर में जिंदगी और मौत से जूझ रही है.
गोपालपुर गांव निवासी संतराम मजदूरी करता है। रविवार सुबह पत्नी राधा के साथ खेत में गेहूं के फसल की कटाई के लिए गया था। घर में मौजूद उसके बच्चे आपस में खेल रहे थे। बताया जाता है कि खेल-खेल में आग लग गई। छप्पर और लकड़ी से बने घर में आग तेजी से फैली और अंदर मौजूद बच्चे आग से घिर गए।
आग का गोला बना संतराम का तीन वर्षीय बेटा गोपाल घर के अंदर ही तड़प-तड़प कर मर गया। बच्चों के रोने की आवाज सुनकर पास रहने वाले संतराम के बड़े भाई का लड़का मनफूल आया और मशक्कत करके अंदर फंसी संतराम की जुड़वा पुत्रियों सीता ( 5), गीता (5) व रीता (2) को बाहर निकला।
हादसे की जानकारी पर मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सूचना पर फायर बिग्रेड के साथ तहसीलदार विजय यादव, इंस्पेक्टर सच्चिदानंद यादव मौके पर पहुंचे। आग से झुलसी बच्चियों को लेकर घाटमपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद तीनों को हैलट रेफर कर दिया गया।
इलाज को ले जाते हुए रास्ते में एक बच्ची सीता उर्फ़ अनीता ने दम तोड़ दिया। इंस्पेक्टर सच्चिदानंद ने बताया कि आग कैसे लगी इस बात की जानकारी की जा रही है।
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