ए. सूफियान
- दिव्यांग महिला को दबंगों ने मारपीट कर घर से निकाला, किया मकान पर कब्जा
- दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर महिला
- सजेती पुलिस ने नहीं कि कोई कार्यवाही
- महिला ने उच्चाधिकारियोंसे की शिकायत
- इंदिरा आवास योजना के तहत मिला था मकान
घाटमपुर। एक ओर जहां योगी सरकार दिव्यांगों को अधिक से अधिक मदद पहुंचाने एवं सबल बनाने के प्रयास में जुटी हुई है, वहीं सजेती थाने की पुलिस सरकार के इरादों को पलीता लगाने का काम कर रही है। ऐसा ही एक मामला सजेती थाना क्षेत्र के सिरसा गांव में प्रकाश में आया है।
जहां ईट भट्टे में मजदूरी करके अपने बच्चों का पेट पालने वाली 80% दिव्यांग महिला के इंदिरा आवास योजना से बनवाए हुए मकान में कथित दबंग पड़ोसियों ने गुंडागर्दी एवं दबंगई से कब्जा कर लिया। आरोप है कि दबंगों ने गृहस्थी का सारा सामान निकाल कर बाहर फेंक दिया और मकान पर कब्जा कर लिया।
सिर्फ इतना ही नहीं दबंगों ने मकान के साइड की दीवार में सेंध लगाकर ना केवल एक नया निकास बनाया बल्कि मकान के कमरे में बक्से में रखे हुए दिव्यांग महिला के जेवरात व 4000रुपये भी ले गए। पीड़िता तब से दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम सिरसा निवासी मेवा लाल की पत्नी सुनीता 80% विकलांग है। मेवालाल और सुनीता ईट भट्टे में पथाई कर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। परिवार के अत्यंत गरीब होने के कारण पिछले दिनों सुनीता को इंदिरा आवास योजना के तहत आवास निर्माण हेतु आर्थिक सहायता मिली थी। जिससे उसने अपनी पुश्तैनी जमीन पर 2 कमरों का पक्का निर्माण कराया था।
बकौल सुनीता पड़ोस के रहने वाले वाले पुत्तीलाल, सरवन, सुजीत, रश्मी, आदि ने 13 जून को सुनीता के घर आकर गाली गलौज की, एवं सुनीता व बच्चों के साथ मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया।
आरोप है कि सुनीता के विरोध करने पर उपरोक्त सभी ने उसे बुरी तरह मारा और घर का सारा सामान बाहर निकाल कर घर पर कब्जा कर लिया। तत्पश्चात मकान की बाएं तरफ की दीवार को काटकर कमरे में रखे हुए बक्से से शादी के जेवर व 4000 रुपये निकाल लिए और सुनीता को जान से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया।
तब से सुनीता और मेवालाल अपने बच्चों के साथ अपनी रिश्तेदारी में वक्त गुजारने को मजबूर हैं। सुनीता के अनुसार उसने थाना सजेती में दर्जनों बार लिखित शिकायत की परंतु उसे भगा दिया गया। जिससे उक्त दबंगों के हौंसले बुलंद हैं।
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