आवाज़ डेस्क
- जिलाधिकारी कानपुर विशाक जी. ने दिया कार्यवाही का भरोसा
लालफीताशाही और भ्रष्टाचार के एजेंटों ने आम आदमी का जीना दूभर कर रखा है। ऐसा ही एक मामला नरवल तहसील के हसकर गॉव में सामने आया हैं, जहॉं गॉव के प्रभावशाली लोगों द्वारा ग्राम प्रधान व लेखपाल की सॉंठगॉठ से ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जा की शिकायत करना व्यक्ति को महंगा पड़ गया।
शिकायत से झल्लाये लेखपाल अतुल तिवारी ने उसकी पट्टाशुदा निर्मित भूमि को ही अवैध बता दिया और बुलडोजर चलवाने पहुंच गये। वहीं मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को होने पर वापस चले आये। पीड़ित की मानें तो उक्त तथाकथित लेखपाल उसके निर्मित पक्के भवन को तोड़ने पर आमादा है। जिसकी मुख्य वजह लेखपाल की रिश्वत की मांग को पूरी न करना और उल्टा शिकायत कर देना है। परेशान पीड़ित ने अदालत की शरण ली है। परन्तु अदालत में जज साहब के छुट्टी में होने के चलते लेखपाल अपनी मनमानी पर उतारू है। जिससे पीडित अत्यंत परेशान है।
जानकारी के मुताबिक हसकर गॉव के राजेश कुमार को 70 वर्ग फिट पट्टा आवंटित किया गया था, जिस पर पीड़ित राजेश ने अपना मकान बनवाना शुरू किया। राजेश का आरोप है कि लेखपाल अतुल कुमार ने उससे मकान बनवाने के एवज में 2 लाख रूपये की घूस मांगी। जिस पर पीड़ित राजेश ने घूस देने में असमर्थता जतायी और लेखपाल द्वारा रिश्वत लेकर अवैध कब्जा कराये गये लोगों की शिकायत उच्चाधिकारियों से कर दी। जिससे नाराज लेखपाल उसके निर्माणाधीन मकान में बुलडोजर चलवाने पहुंच गया। पीड़ित ने जब मामले की शिकायत एसडीएम समेत उच्चाधिकारियों से की तब वह बुलडोजर लेकर वापस लौटने को तैयार हुआ।
पीड़ित राजेश ने बताया कि उसने अपना मकान उसी 70 वर्ग फुट में बनवाया हुआ है, परन्तु लेखपाल खुन्नस के कारण उनके वैध निर्माण को गिरवाने पर आमादा है, जिसके बारे में पीड़ित ने सक्षम न्यायालय की शरण लेकर उसका वैध निर्माण बचाने की गुहार लगाई है।
वहीं मामले के बारे में उपजिलाधिकारी अजय गुप्त से बातचीत में उन्हांेने कहा कि मामले की जॉच करायी जा रही है। मामला संज्ञान में आया है। मामला सही पाये जाने पर लेखपाल के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
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